[1]
Surender, “‘प्राण योग’ की विवेचना एवं ‘प्राण शक्ति’ को बढाने के लिए षट्कर्म एवं प्राणायाम क्रिया का महत्त्व ”, URR, vol. 4, no. 8, pp. 95–99, Dec. 2017.