डॉ. राम अधार सिंह यादव. “मुंशी प्रेमचंद के उपन्यासों में यथार्थवाद और सामाजिक सुधार”. Universal Research Reports, vol. 4, no. 10, Dec. 2017, pp. 134-40, https://urr.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/1303.