1.
डॉ. राम अधार सिंह यादव. मुंशी प्रेमचंद के उपन्यासों में यथार्थवाद और सामाजिक सुधार. URR [Internet]. 2017 Dec. 31 [cited 2024 Nov. 22];4(10):134-40. Available from: https://urr.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/1303