संगीत एवं संगीत के प्रकारों पर एक विवेचना

Authors

  • Singh R Lecturer (Music), Jat Sr. Sec. School

Keywords:

भारतीय, परम्परा

Abstract

भारतीय परम्परा एवं मान्यता के अनुसार संगीत की उत्पत्ति वेदों के निर्माता ब्रह्मा से मानी गई है। ब्रह्मा द्वारा भगवान शंकर को यह कला प्राप्त हुई। भगवान शंकर अथवा शिव ने इसको देवी सरस्वती को दिया, जो ज्ञान एवं कला की अधिष्ठात्री देवी कहलाई। मूर्तियों एवं चित्रों में भी देवी सरस्वती को आपने वीणा एवं पुस्तक के साथ देखा होगा। नारद ने संगीत कला का ज्ञान देवी सरस्वती से प्राप्त कर स्वर्ग में गंधर्व, किन्नर एयं अप्सराओं को इसकी शिक्षा प्रदान की। यहीं से इस कला का प्रचार पृथ्वी लोक पर ऋषियों द्वारा किया गया। आदि काल में मानव हर्ष एवं उल्लास की अभिव्यक्ति, नृत्य एवं विभिन्‍न प्रकार की ध्वनियोंन को आवाज के माध्यम से निकाल कर करता था। मानव के विकास एवं सभ्यता के विकास के साथ इन ध्वनियों की पहचान, संगीत के लिए की गई जिनके विभिन्‍न प्रयोग के द्वारा संगीत की रचना की जाने लगी।

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Published

2022-12-30

How to Cite

Singh, R. (2022). संगीत एवं संगीत के प्रकारों पर एक विवेचना. Universal Research Reports, 9(4), 23–29. Retrieved from https://urr.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/1009

Issue

Section

Original Research Article