राव तुलाराम का 1857 की क्रांति के बाद का जीवन: एक अध्ययन

Authors

  • Dutt R Research Scholar Supervisor : Dr Yasir Bashir

Keywords:

राव तुलाराम सेना

Abstract

राव तुलाराम सेना की नसीबपुर युद्व में हार के बाद उनका जीवन बहुत ही कठिन और चुनौतीपूर्ण रहा। उन्हे उम्मीद थी कि वे बहुत जल्दी दोबारा एक मजबूत सेना बनाकर अंग्रेजों को भारत से भागने के लिए प्रयाश करेगें। इसके लिए उन्होने आस पास रियासतों सहित अन्य देशों से भी मदद मांगी लेकिन वह अपने अधूरे सपनों के साथ ही दुनिया से अलविदा हो गए।

References

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के नायक, पूर्वोद्वत ,पेज न0 43

आभीर कुलदीपीका, राव मान सिंह, दिल्ली, 1900, पेज न0 136

वही

के नायक, पूर्वोद्वत ,पेज न0 43

आभीर कुलदीपीका, पूर्वोद्वत, पेज न0 136

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Published

2023-06-30

How to Cite

Dutt, R. (2023). राव तुलाराम का 1857 की क्रांति के बाद का जीवन: एक अध्ययन. Universal Research Reports, 10(2), 147–152. Retrieved from https://urr.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/1105

Issue

Section

Original Research Article