गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में संगीत की भूमिका

Authors

  • ललित कुमार शोध छात्र, विश्वविद्यालय, संगीत एव नाट्य विबाग, ल. ना. मि. वि. दरभंगा
  • डॉ. पूनम कुमारी अग्रवाल शोध निर्देशिका, विश्वविद्यालय, संगीत एव नाट्य विबाग, ल. ना. मि. वि. दरभंगा

Keywords:

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, संगीत, समाज, विकास

Abstract

शिक्षा समाज के विकास का माध्यम है और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का महत्व न केवल एक व्यक्ति के व्यक्तिगत विकास में होता है, बल्कि पूरे समाज के सामाजिक और आर्थिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। शिक्षा के बिना कोई समाज अपनी सामाजिक, आर्थिक, और तकनीकी सार्थक उन्नति नहीं कर सकता। यहां तक कि शिक्षा केवल ज्ञान का माध्यम नहीं होती, बल्कि यह एक व्यक्ति के चरित्र को भी निर्मित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का मतलब होता है कि शिक्षा को विशेष मानकों और मानदंडों के साथ प्रदान किया जाए, ताकि छात्रों को सिखाया जा सके कि ज्ञान केवल पुस्तकों से ही नहीं आता है, बल्कि उनके व्यक्तिगत और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।

References

शर्मा, आर० ए०, अध्यापक शिक्षा, आर० लाल बुक डिपो, मेरठ, 2016

पाण्डेय, के० पी०, अध्यापक शिक्षा, वाराणसी प्रकाशन, वाराणसी, 2017

शर्मा, प्रभा व नाटाणी, प्रकाश नारायण, शैक्षिक तकनीकी और कक्षा-कक्ष प्रबंधन, माया प्रकाशन मंदिर, जयपुर, 2006

सिंह, जे.डी. व अन्य, विद्यालय प्रबन्ध व शिक्षा की समस्याएं, रिसर्च पब्लिकेशन्स, नई दिल्ली, 2004

माननीय मंत्री उच्च शिक्षा का पत्र क्र० 2107 दिनाकं 30 जनू 2011

नवीन शैक्षणिक सत्र के आरभ में आयुक्त उच्च शिक्षा का अषास पत्र क्रमाकं 150/सीएचई/पीए/2011 दिनाकं 01 जुलाई 2011

शैक्षणिक सत्र 2011.12 हेतु गुणवत्ता दृष्टिपत्र आयुक्त का पत्र क्र० 623/61/2011 दि0 28 जुलाई 2011 विस्तृत दृष्टिपत्र दिनाकं 28 जुलाई 2011

Downloads

Published

2023-12-05

How to Cite

कुमार ल., & अग्रवाल ड. प. क. (2023). गुणवत्तापूर्ण शिक्षा में संगीत की भूमिका. Universal Research Reports, 10(4), 100–108. Retrieved from https://urr.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/1146

Issue

Section

Original Research Article