महाभोज उपन्यास में राजनीतिक एवं सामजिक विकृति का अध्ययन

Authors

  • Dr. Anita Kumari Assistant Professor in Hindi, Vaish College of Law, Rohtak

Keywords:

राजनीतिक, नौकरशाही, साहित्य, सामजिक

Abstract

महाभोज का कथानक सरोहा नामक गाँव और उसके निवासी बिसेसर की आकस्मिक मौत की घटना के इर्द-गिर्द रचा गया है। गाँव में एक महीना पहले कुछ हरिजनों को ज़िदा जला दिया गया था। आगजनी की घटना का प्रभाव अभी ठंडा नहीं हुआ था और ऐसे में बिसू की इस तरह संदिग्ध मौत ने राजनीतिक गलियारों में उधल-पुथल मचा दी। इस स्थिति से विभिन्न चेहरों ने किस तरह लाभ उठाने की कोशिश की, हमारे समाज में राजनीति नौकरशाही और मीडिया से मिलकर किसी भी घटना को अपनी सहलियत के अनुसार रंग देकर पेश करती है तथा किस तरह संवेदनशील मामलों को भी निजी स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करती है, यही इस उपन्यास की मुख्य कथावस्तु है।

References

महाभोज - मनन्‍नू भण्डारी

महाभोज, मनन्‍नू भण्डारी

मननू भण्डारी का उपन्यास साहित्य - श्रीमती नंदिनी मिश्र

महिला उपन्यासकारो की रचनाओं में वैचारिकता, डॉ- शशि जैकब

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मनन्‍नू भण्डारी: संपूर्ण कहानियों -महामोज प्रष्ठ 454

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Published

2018-03-30

How to Cite

Kumari, D. A. (2018). महाभोज उपन्यास में राजनीतिक एवं सामजिक विकृति का अध्ययन . Universal Research Reports, 5(2), 292–296. Retrieved from https://urr.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/1204

Issue

Section

Original Research Article