फेक न्यूज और ग्वालियर जिले में सार्वजनिक विश्वासः समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण

Authors

  • Richa Bhadauriya
  • Rakesh karheriya

Keywords:

फेक न्यूज, ग्वालियर, सार्वजनिक विश्वास, समाजशास्त्र, मीडिया, समाज

Abstract

फेक न्यूज, या झूठी जानकारी, का समाज पर गहरा प्रभाव पड़ता है, क्योंकि यह समाज के विचार, विश्वास, और व्यवहारों को प्रभावित करती है। विशेष रूप से जब यह किसी क्षेत्रीय समाज में फैलती है, तो इसके परिणाम और भी गंभीर हो सकते हैं। ग्वालियर जिले में फेक न्यूज के प्रभावों का अध्ययन करने का उद्देश्य यह समझना है कि यह समाज के विभिन्न वर्गों में किस प्रकार सार्वजनिक विश्वास को प्रभावित करता है और इसके कारण समाज में किस प्रकार के सामाजिक परिवर्तन होते हैं। समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण से, फेक न्यूज का प्रसार मुख्य रूप से सामाजिक संपर्क, मीडिया के माध्यमों, और व्यक्तिगत अनुभवों पर आधारित होता है। इस अध्ययन में यह देखा जाएगा कि फेक न्यूज के फैलने के कारणों में तकनीकी उन्नति, सोशल मीडिया प्लेटफॉम्र्स का बढ़ता प्रभाव, और जानकारी के प्रति समाज की सतर्कता में कमी शामिल हैं। इसके अलावा, यह शोध यह भी समझने की कोशिश करेगा कि कैसे फेक न्यूज से उत्पन्न गलत जानकारी और अफवाहें समाज में तनाव, भय, और भ्रम को जन्म देती हैं।

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Published

2025-03-29

How to Cite

Richa Bhadauriya, & Rakesh karheriya. (2025). फेक न्यूज और ग्वालियर जिले में सार्वजनिक विश्वासः समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण. Universal Research Reports, 12(1), 388–395. Retrieved from https://urr.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/1490

Issue

Section

Original Research Article