पंजाब का विभाजन: विस्थापित लोगों की समस्या का एक अध्ययन

Authors

  • अमनजीत सिंह इतिहास विभाग, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र

Keywords:

विभाजन, बेदखल, शिविर

Abstract

इस लघु शोध लेख का मेरा प्रमुख उद्देश्य यह है कि इस लेख के माध्यम से भारत विभाजन के कारण बेघर हुए लोगों की समस्या उनकी मातृभूमि से बेदखल किए जाने के कारण जो असहनीय पीड़ा हुई तथा नई भूमि और नए समाज के बीच उन्होंने अपने आप को किस प्रकार समायोेजित किया तथा सरकार द्वारा उनके पुर्नवास के लिए किए गए प्रयत्नों का वर्णन इस लेख के माध्यम से मेरे द्वारा छोटा सा प्रयास किया गया है।

References

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यहां पर निश्चित जनहानि की संख्या उपलब्ध नहीं है। पेन्ट्रल मून, डीवाइड एण्ड किवट दिल्ली, 1998 में, 200000 जनहानि का तर्क देता है, वही स्ट्रैन रैकानिंग में दो से अढ़ाई लाख दोनों तरफ जनहानि का तर्क देते हैं।

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वही,

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Published

2017-09-30

How to Cite

सिंह अ. (2017). पंजाब का विभाजन: विस्थापित लोगों की समस्या का एक अध्ययन. Universal Research Reports, 4(5), 21–26. Retrieved from https://urr.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/168

Issue

Section

Original Research Article