पंजाब का विभाजन: विस्थापित लोगों की समस्या का एक अध्ययन
Keywords:
विभाजन, बेदखल, शिविरAbstract
इस लघु शोध लेख का मेरा प्रमुख उद्देश्य यह है कि इस लेख के माध्यम से भारत विभाजन के कारण बेघर हुए लोगों की समस्या उनकी मातृभूमि से बेदखल किए जाने के कारण जो असहनीय पीड़ा हुई तथा नई भूमि और नए समाज के बीच उन्होंने अपने आप को किस प्रकार समायोेजित किया तथा सरकार द्वारा उनके पुर्नवास के लिए किए गए प्रयत्नों का वर्णन इस लेख के माध्यम से मेरे द्वारा छोटा सा प्रयास किया गया है।
References
किरपाल सिंह, पार्टीशन आॅफ द पंजाब, पृ. 21
यहां पर निश्चित जनहानि की संख्या उपलब्ध नहीं है। पेन्ट्रल मून, डीवाइड एण्ड किवट दिल्ली, 1998 में, 200000 जनहानि का तर्क देता है, वही स्ट्रैन रैकानिंग में दो से अढ़ाई लाख दोनों तरफ जनहानि का तर्क देते हैं।
सत्या मूर्ति राय, पंजाब सिन्स पार्टीशन, नई दिल्ली, 1986,
गवर्नमेंट आॅफ इण्डिया, मिलियन आॅन द मूव: द आॅफटर मैथ आॅफ पार्टीशन, दिल्ली
गवर्नमैन्ट आॅफ ईस्ट पंजाब, मिलियन्स लिव, एगेन, शिमला
वही,
यशपाल, झूठा सच, नई दिल्ली, 2014,