तनाव दूर करने के लिए योग : एक अध्ययन
Keywords:
तनाव, जिज्ञासा, दार्शनिक रूप, व्यवहारिक रूपAbstract
प्रत्येक मनुष्य की जिज्ञासा होती है की जीवन के रहस्यों को जाने । मानव जीवन को दार्शनिक रूप से नही बल्कि व्यवहारिक रूप से समझना होगा । यही एक जीवन है जिसमें समय का अगर सदुपयोग हो तो सब कुछ प्राप्त किया जा सकता है और दुरूपयोग हो तो बहुत कुछ खो दिया जाता है । प्रश्न यह है कि समय का सदुपयोग कैसे करें ? समय का सदुपयोग तभी संभव है जब हमारे जीवनमें संयम हो । संयम ही योग का सूत्र है। अगर हम योग दर्शन की ओर दृष्कटिपात करें तो मानव चेतना के विषय में विचार करना आवश्यक हो जाता है ।
References
पतंजलि योग प्रदीप, स्वामी ओमानद तीर्थ , गीताप्रेस
योग विद्या, स्वामी निरंजनानंद सरस्वती, शिवानन्द मठ, मुंगेर
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Published
2017-12-30
How to Cite
Kumar, P. (2017). तनाव दूर करने के लिए योग : एक अध्ययन. Universal Research Reports, 4(8), 91–94. Retrieved from https://urr.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/257
Issue
Section
Original Research Article