मानव आरोग्यता हेतु आहार की उपयोगिता
Keywords:
मानव आरोग्यता, मन और आत्माAbstract
"आरोग्य हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है” अत: हम स्वास्थ्य बनाये रखे | क्योकि स्वस्थ्य व्यक्ति अच्छे समाज व अच्छे राष्ट्र का निर्माता होता है व्यक्ति के स्वास्थ्य को बनाये रखने में एक मुख्य घटक आहार भी है आहार जहा शरीर का पोषण करता है वह मन और आत्मा पर भी अपना प्रभाव डालता है | कहा भी गया है जैसा खाए अन्न वैसा रहे मन | अर्थात आहार शुद्ध होना बहुत जरूरी है | आहार कैसा है किस भावना से बनाया गया है और परोसा गया है यह सब व्यक्ति के स्वास्थ्य वमन को प्रभावित करते है | ‘आहार शरीर को पुष्ट करने वाला , बल कारक ,देह वाला आयु ,तेज ,उत्साह ,स्मृगत ,ओज को बढाने वाला होता है | मानव शरीर आहार से ही उत्पन्न हुआ है
References
चरि सूत्र 28 /45
सुक्ष्त चरिससहिंता 24
आचाया स्वात्माराम जी कि हृष्ट प्रदीपिका 1. 58
ॠगष धरेन्द्द कि धरेन्द्दससहिंता
आचाया बालिृष्ण – आयुवेद गसद्धािंत रहस्य
ब्रहावचास – आयुवेद कि दशान किया शरीर व स्वस्थ िृत
डाo टी.एल.देवराज – आयुवेद और स्वस्थ जीवन पृ० स० 139.147