विभिन्न व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों में निहित समायोजनशीलता का तुलनात्मक अध्ययन
Keywords:
युग, महत्त्वपूर्ण सिद्ध, समायोजनशीलताAbstract
व्यवसायिक एवं रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों के जीवन और व्यक्तित्व पर इस भौतिक युग का दुष्प्रभाि पड़ने की संभावना अधिक होती है तथा ऐसी स्थिति में उनका अपने कर्तव्य पथ से भटकना और दुव्र्यसनों में लिप्त हो जाना सहज हो जाता है। इसका दुष्प्रभाि यह होता है कि उनके व्यक्तित्व का विकास उनके व्यवसाय और भविष्प्य के समाज की आिश्यकता के अनुरूप नहीं हो पाता है। परिणामतः देश की नवीनतम ऊँचाइयों की ओर ले जाने वाले भविष्प्य के ये कर्णधार देश के लिए विकास में योगदान देने के स्थान पर निजी हित के पूजक बनकर अयोग्य नागरिक सिद्ध होते हैं और देश को पतन की ओर अग्रसर कर देते है। अतः प्रस्तुत समस्या को अध्ययन हेतु चयनित करना इसलिए महत्वपूर्ण है ताकि हम यह ज्ञात कर सकें कि वर्तमान व्यवसायिक शिक्षा प्रणाली के विद्यार्थियों मंे निहित समायोजनशीलता का स्तर क्या है। प्रस्तुत शोधकार्य वर्तमान व्यवसायिक शिक्षा प्रणाली के विद्यार्थियों मंे निहित समायोजनशीलता के वास्तविक स्वरूप का ज्ञान प्राप्त करने में महत्त्वपूर्ण सिद्ध हो सकेगा।
References
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