सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय की प्रमुख पहल एवं योजनाओ की समीक्षा
Keywords:
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमAbstract
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम क्षेत्र पपछले पांच दशको में भारतीय अर्थव्यवस्र्ा में एक अत्यपिक जीवंत एवं गपतशील क्षेत्र के रूप में उभरा है। सूलमउ, बडे उद्योगों की तुलना में न्यूनतम पूंजीगत लागत पर अपिक रोजगार के अवसर उपलब्ि कराने में न केवल अहम भूपमका पनभाते हैं बपकक ग्रामीण एवं पपछडेे़ क्षेत्र के औद्योगीकरण में भी सहायता करते हैं पजससे क्षेत्रीय असंतुलनों में कमी होती है और राष्ट्रीय आय एवं िन का समान पवतरण सुपनपित होता है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम सहायक इकाइयों के रूप में बडे उद्योगों के अनुपूरक हैं और यह क्षेत्र देश के सामापजक-आर्र्थक पवकास में बहुत बडा योगदान देता है।
References
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एम.एस.एम.ई) मंत्रालय द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट।
ण् प्रधानमंत्री मुद्रा बैंक योजना।
ण् राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड (एन.एस.ई.आई.सी) द्वारा जारी रिपोर्ट।
ण् सुक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विकास (एमएसएमईडी) अधिनियम 2006ण्
ण् सूक्ष्मए लघु एवं मध्यम उद्यम ववकास ;संशोधनद्ध ववधेयकए 2015