वेद में कृषि का स्वरूप
Keywords:
मधुमान्नो, कृषिश्चमे, द्रविणोदाAbstract
प्रस्तुत शोध पत्र में वेद में कृषि के स्वरूप पर विवेचन किया गया है। शोध पत्र के माध्यम से यह बताया गया है कि कृषि करने की परम्परा वैदिक काल से ही चली आ रही है। ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद व अथर्ववेद में कृषि से संबंधित अनेक मन्त्र देखने को मिलते हैं। जिसमें कृषि व कृषि करने वाले किसान को अत्यन्त सम्मान की दृष्टि से देखा गया है।
References
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