महिलाओं के उत्थान में डाॅ. अम्बेडकर का योगदान
Keywords:
समाज प्रगति नारी पर निर्भर, समाज प्रगति नारी पर निर्भर:Abstract
आधुनिक भारत में नारी की स्थिति में सुधार के संदर्भ में डाॅ. अम्बेडकर के प्रयास सीमित भले हो, किंतु वे मूलभूत और महत्वपूर्ण हैं । उनके सुझाव को हम दो भागों में विभक्त कर सकते हैं । पहला सैद्धांतिक है जबकि दूसरा व्यवहारिक व क्रियात्मक। सर्वप्रथम डाॅ. अम्बेडकर ने उन कारणों का पता लगाने का प्रयास जिनकी वजह से समाज में नारी की स्थिति अवनत हुई । कारणों को जानने के बाद उन्होंने उनको दूर करने के लिए पहल की, जिससे कि समाज में नारी की स्थिति में सुधार लाया जा सके ।
References
डा. भारती, गांधी और अम्बेडकर का योगदान दलित एवं महिलाओं के उत्थान में, गौतम बुक सेन्टर, नई दिल्ली, 2009
दुर्गादास बसु, भारत का संविधान: एक परिचय, वाधवा एवं कंपनी, नागपुर, 2001
सुभाष कश्यप, हमारा संविधान, नेशनल बुक ट्रस्ट आॅफ इंडिया, नई दिल्ली, 1995
आर.जी. सिंह, सामाजिक न्याय एवं दलित संघर्ष, राजस्थान हिन्दी गद्य अकादमी, जयपुर, 1994
डा. विष्णु भगवान और वन्दना मोहला, भारतीय राजनीतिक विचारक, आत्मा राम एण्ड सन्स, नई दिल्ली, 2006