किसान की संस्थागत ऋण तक पहुँच एवं संबंधित समस्याओं का अध्ययन
Keywords:
कृवि, संस्थागत ऋणAbstract
भारत में, ज्यादातर किसान अपने कृषि व्यवसाय को बनाए रखने के लिए बैंकों द्वारा प्रदान की जाने वाली ऋण सुविधा पर निर्भर हैं। इन ऋण सुविधाओं से उन्हें आधुनिकीकरण और भंडारण इकाइयों के निर्माण के लिए कृषि उपकरण खरीदने में मदद मिलेगी। किसानों को कृषि गतिविधियों के सभी चरणों में ऋण सुविधाओं की आवश्यकता होती है। भारत सरकार वित्तीय समस्याओं को हल करने के लिए सहायता प्रदान करती है और आसानी से ऋण प्राप्त करने की सुविधा भी प्रदान करती है। फिर भी, किसानों को बैंकों से ऋण सुविधा प्राप्त करने के लिए चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस पेपर में किसानों को कृषि ऋण प्राप्त करने में आने वाली समस्याओं का अध्ययन किया गया है। इस पत्र में प्रयुक्त शोध डिजाइन सुविधा नमूना तकनीक थी। शोधकर्ता ने डेटा विश्लेषण के लिए संरचनात्मक समीकरण विश्लेषण का इस्तेमाल किया। परिणाम से पता चला कि बैंक द्वारा लिया गया प्रसंस्करण समय किसानों के सामने एक बड़ी चुनौती थी। इसने संकेत दिया कि ईएमआई, जमानत और संपार्श्विक, ब्याज दर और प्रलेखन के पुनर्भुगतान में कठिनाइयों का भी बैंकों से ऋण प्राप्त करने पर प्रभाव पड़ा।
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