गुप्त कालीन साम्राज्य की उपलब्धियां एवं गुप्त काल में विज्ञान व तकनीकी विकासः एक विवेचना

Authors

  • Kumar V

Keywords:

गुप्त काल, आयणभट्ट

Abstract

भारतीय इतिहास के दो चरणों को वास्तव में ‘भारत का स्वर्ण युग ‘ के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, क्योंकि उस समय देश में शांति, विकास और समृद्धि थी। गुप्त साम्राज्य के समय प्राचीन भारत की तीसरी शताब्दी और 6 वीं शताब्दी सीई के मध्य का भारत का स्वर्ण युग था और दूसरा दक्षिण भारत में चोल वंश के समय के मध्ययुगीन भारत की 10 वीं और 11 वीं शताब्दी सीई के मध्य का युग भारत का स्वर्ण युग था। भारत में गुप्त साम्राज्य के शासन के समय गणित, विज्ञान, खगोल विज्ञान और धर्म आदि जैसे कई क्षेत्रों का विकास हुआ जबकि चोल वंश के समय वास्तुकला, तमिल साहित्य और काँस्य जैसे कार्यों में भी बहुत विकास हुआ था।

References

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गुप्त साम्राज्य का इब्तहास। - वासुदेव उपाध्याय।

गुप्त साम्राज्य - परमेशवरी लाल गुप्त।

गुप्त साम्राज्य का इब्तहास - -श्री राम गोयल.।

गुप्त काल का साांस्कृब्तक इब्तहास - भगवत शरण उपाध्याय।।

प्राचीन भारतीय ब्वज्ञानां एवां प्रोद्योब्गकी - डॉ ब्शव स्वरुप सहाय

भारत का स्वणण काल – गुप्त युग – लता

भारत का स्वणण युग – सब्चन

गुप्तकालीन िमण, कला, साब्हत्य एवां ब्वज्ञान – केशव प्रसाद

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Published

2018-03-30

How to Cite

Kumar, V. (2018). गुप्त कालीन साम्राज्य की उपलब्धियां एवं गुप्त काल में विज्ञान व तकनीकी विकासः एक विवेचना. Universal Research Reports, 5(4), 115–119. Retrieved from https://urr.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/730

Issue

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Original Research Article