प्रदूषण एक समस्या , समस्त संसार के लिए चुनौती
Keywords:
वायु प्रदूषण, स्वास््य प्रभावAbstract
"वायु प्रदूषण और जनसंख्या स्वास््य" सबसे महत्वपूणण पयाणवरणीय और सावणजननक स्वास््य मुद्दों में से एक है। आर्थणक ववकास, शहरीकरण, ऊजाण की खपत, पररवहन/मोटरीकरण, और तेजी से जनसंख्या वृद्र्ि बडे शहरों में, ववशेष रूप से बडे शहरों में वायु प्रदूषण के प्रमुख प्रेरक बल हैं। ववकससत देशों में वायु प्रदूषण का स्तर हाल के दशकों में नाटकीय रूप से कम हो रहा है। हालांकक, ववकासशील देशों और संक्रमण वाले देशों में, वायु प्रदूषण का स्तर अभी भी अपेक्षाकृत उच्च स्तर पर है, हालांकक तेजी से आर्थणक ववकास के दौरान स्तर िीरे-िीरे कम हो रहे हैं या स्स्थर रहे हैं। हाल के वषों में, वायु प्रदूषकों के अल्पकासलक और दीर्णकासलक जोखखम से जुडे प्रनतकूल स्वास््य प्रभावों को ददखाते हुए कई सौ महामारी ववज्ञान के अध्ययन सामने आए हैं। एसशयाई शहरों में ककए गए समय-श्ृंखला अध्ययनों ने यूरोप और उत्तरी अमेररका में खोजे गए लोगों के सलए कण पदाथण (पीएम), सल्फर डाइऑक्साइड (एसओ 2), नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (एनओ 2) और ओजोन (ओ 3) के संपकण से जुडी मृत्यु दर पर समान स्वास््य प्रभाव ददखाया। ववश्व स्वास््य संगठन (डब्लल्यूएचओ) ने 2006 में "डब्लल्यूएचओ वायु गुणवत्ता ददशाननदेश (एक्यूजी), ग्लोबल अपडेट" प्रकासशत ककया। ये अद्यतन एक्यूजी पीएम, एनओ2, एसओ2 और ओ3 के सलए अर्िक सख्त ददशाननदेश प्रदान करते हैं।
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