योग का महत्व और लाभ : एक विचार

Authors

  • Pardeep Kumar Research Scholar, Department of Yoga, CRSU Jind
  • Abhishek Beniwal Assistant Professor,, Department of Yoga, CRSU Jind

Keywords:

योग, महत्व, आध्याक्त्मक

Abstract

योग का सच्चा सार हमारी जीवन शक्ति को ऊपर उठाने के आसपास घूमता हैं या फिर रीढ़ की हड्डी के पास स्थित  ‘कुं डलिनी’ को जागृि करने में। इसे शारीरिक और मानसिक अभ्यासों की श्रृंखला  के माध्यम से प्राप्त करना होता हैं। शारीरिक स्तर  पर इस पद्धति में विभिन्न  योग मुद्राएँ या ‘आसन’ शामिल  हैं, जिनका प्रमुख  उद्देश्य शरीर को स्वस्थ  रखना हैं। मानसिक तकनीक में मन को अनुशासित  करने के लिए श्वसन व्यायाम या ‘प्राणायाम’ और मैडडटेशन या ‘ध्यान’ शामिल हैं।

References

https://hi.wikipedia.org/

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Vivekananda, Swami (1994). Raja Yoga. Calcutta: Advaita Ashrama Publication Department.

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Published

2017-12-30

How to Cite

Kumar, P., & Beniwal, A. (2017). योग का महत्व और लाभ : एक विचार. Universal Research Reports, 4(8), 39–40. Retrieved from https://urr.shodhsagar.com/index.php/j/article/view/244

Issue

Section

Original Research Article